किराये की दुकान और मकान कैसे खाली करवाये और क्या सावधानिया रखे ?
आज कल, किसी की किराये की दुकान या मकान पर किरायेदार बन कर रहना और बाद में कब्ज़ा करना एक आम बात हो गई है | ऐसे लोग बाद में पैसे देकर निकलते है या फिर आपकी दुकान या सम्पति को स्वय ही सस्ते दामो पर खरीद लेते है | ऐसे में बहुत जरूरी है की मकान मालिक समझदारी से काम ले | ऐसे लोगो से बचे व फसने पर समझदारी से अपनी सम्पति को खाली करवाये.
किराये पर सम्पति देते समय सावधानिया :-
कुछ बातो में सावधानिया और इन चीजो को ध्यान में रख कर मकान मालिक सम्पति के हरण से बच सकते है |
1. कंपनी को पहले प्राथमिकता दे :-
किराये की सम्पति, या तो किसी व्यक्ति को किराये पर दी जाती है या फिर किसी कंपनी को | व्यक्ति ही कब्ज़ा करने का प्रयास करते है | कम्पनी नही | इसलिये अगर आप के पास दोनों ही आप्शन हो, तो आप इसमें से सिर्फ कंपनी के आप्शन को ही चुने | चाहे दूकान सस्ते में ही किराये पर जा रही हो | क्योकि कंपनी लॉ एक्ट के अनुसात कंपनी बोर्ड के अपने नियम होते है और उनका वोइलेशन करने पर कंपनी को भारी जुर्माना देना पड जाता है इसलिए आप कंपनी को ही प्राथमिकता दे तो अच्छा है |
2. किराये की दुकान या किराये की सम्पति की फोटो लेना :-
मकान मालिक को चाहिए की वो अपनी किराये की सम्पति किरायेदार को सोपने से पहले उसके फोटो ले ले और उन पर किरायेदार से हस्ताक्षर भी करवा ले | ताकि कल को कोई टूट-फूट तो जाए या झगड़ा हो जाये तो वो खर्चा कोर्ट में फोटो दिखा कर आसानी से साबित करके किरायेदार से लिया जा सके |
या इसके अलावा नुक्सान होने पर कोर्ट में दिखा कर अपनी किराये की सम्पति को आसानी से खाली भी करवाया जा सकता है |
3. 11 महीने का ही अग्रीमेंट करे :-
जब भी आप अपनी किराये की सम्पति या किराये की दुकान किसी व्यक्ति को किराये पर दे | तो उससे सिर्फ 11 महीने का ही अग्रीमेंट करे | लेकिन कंपनी के साथ आप कितना भी लंम्बा अग्रीमेंट कर सकते है | 11 महीने का अग्रीमेंट इसलिए क्योकि रेंट अग्रीमेंट एक्ट के अनुसार कोई भी पक्का अग्रीमेंट कम से कम 12 महीने का होना चाहिए और वो लोकल रजिस्ट्रार से रजिस्टर्ड भी होना चाहिए | इसलिए लोग टैक्स का पैसा बचाने व कोर्ट में केस जाने पर वो केस मकान मालिक के लिए मजबूत रहे इसलिए 11 महीने का ही अग्रीमेंट करते है | क्योकि कोर्ट में किरायेदार अगर स्टे के लिए भी चला जाता है, तो, वह सबसे पहले ये बहाना बनाता है की अब उसका इस सम्पति से निजी लगाव, यादे या आर्थिक आधार जुडा हुआ है | 11 महीने का कच्चा अग्रीमेंट होने पर मकान मालिक कह सकता है की उसने तो ये अग्रीमेंट सिर्फ छोटे समय के लिए किया था तथा किरायेदार का इतने समय में कोई भी निजी लगाव या आर्थिक हानि नही जुडी है | और सरकार को भी इससे कोई टैक्स में लाभ नही मिल रहा है इस आधार पर किरायेदार को स्टे नही मिलता है | और मकान मालिक बाद में केस भी जीत जाता है |
4. 11 महीने के बाद पार्टी का नाम बदल कर अग्रीमेंट करे :-
11 महीने का अग्रीमेंट खत्म होने के बाद, जब आप अपने किरायेदार के साथ दूसरा अग्रीमेंट करे अगर हो सके तो वो अग्रीमेंट उसी किरायेदार से ना करके उसके किसी और प्यारे व्यक्ति या किसी सदस्य से करे | ताकि कोर्ट में केस होने पर ये कहा जा सके की हर बार मैंन पार्टी बदली है इसलिए किरायेदार का कोई निजी हित, यादे या आर्थिक हानि इस सम्पति से नही जुडी है | इसके अलावा भी अगर ऐसा होना सम्भव नही हो और आप को सिर्फ एक ही पार्टी के नाम से अग्रीमेंट करना पड़े तो भी आप 11 महीने ख़त्म होने के एक महीने के बाद नया अग्रीमेंट करे और इस बिच की पेमेंट / क़िस्त सिर्फ नगद ही ले | इससे ये फायदा है की आप को अगर, कब्जे के कारण कोर्ट में जाना पड़ा तो आप कह सकते है की, मेरा किरायेदार कई सालो से मेरी सम्पति पर तो किरायेदार है पर रेगुलर/लगातार नही है | बिच में उसने सम्पति को छोड़ा भी है | इसलिए उसका निजी हित, आर्थिक हानि व लगाव तो समय-समय पर भंग होता रहा है और इसका किराये की दुकान या किराये की सम्पति में कोई भी परेशानी हो तो, ये इसे पहले भी छोड़ता रहा है तो अब भी छोड़ कर चला जाये और नई सम्पति देख ले | और इस प्रकार से कोर्ट में किरायेदार द्वारा केस करना उचित नही बनता है | लेकिन ये बात सिर्फ व्यक्ति विशेष पर लागु होती है | ना की किसी कंपनी पर | कम्पनी से आप कितना भी लंबा अग्रीमेंट कर सकते है
5. किराये की दुकान या सम्पति का अग्रीमेंट नही बनाना :-
अगर हो सके तो आप बिना अग्रीमेंट के भी अपनी सम्पति या किराये की दुकान किसी व्यक्ति को किराये पर दे सकते है | ये बात मकान मालिक के हक़ में होती है | इसका पहला फायदा ये है की, किसी भी प्रकार का झगड़ा होने पर बिना किसी अग्रीमेंट के किरायेदार को कोर्ट में जाने में परेशानी होगी | दूसरा बिना सबूत उसको कोर्ट को किराया बताने में परेशानी होगी की कितना है क्योकि अगर किरायेदार समय पर किराया नही देता है या फिर वो किराया बिलकुल नही देता है तो उसे कानूनन मकान खाली करना होता है | इसमें मकान मालिक का फायदा ये है वो कह सकता है की किरायेदार ने किराया समय पर नही दिया इसलिए मुझे अपना किराये की दुकान या मकान खाली करवाना है और किराये का सबूत नही होने के कारण, वो किराया भी ज्यादा बता सकता है |
लेकिन इसमें एक नुक्सान की बात ये है की अगर किरायेदार ज्यादा समय तक मकान में बिना अग्रीमेंट के रह जाए तो वो कुछ सालो में अपनी गलत तरीके से उस जगह की आई.डी. बनवा कर अपने नाम भी करवा सकता है | इसके लिए ऐसी स्तिथि में आप ज्यादा समय तक किरायेदार को नही रखे और साल दो साल में चलता कर दे |
6. औरत के साथ अग्रीमेंट नही करे :-
आज कल जो मुझे देखने में आ रहा है की, औरते मकान मालिक पर झूठा धारा 354 आई. पी. सी. का मुकदमा करके मकान हडप लेती है या फिर अच्छे पैसे लेकर मकान खाली करती है | उपर से सुप्रीम कोर्ट की जजमेंट के बाद तो पहले महिला की अफ. आई. आर. रजिस्टर्ड होगी तथा बाद में सही गलत का फेसला होगा | ऐसे में गलत महिलाओं को होसला मिल रहा है | दूसरा नुक्सान ये है की आपको हमेशा औरत के साथ ही पैसो की डील करनी होगी | जिसमे की इल्जाम लगने के चांस ज्यादा होते है | क्योकि अग्रीमेंट उसके नाम है | तीसरा ये की अकेली औरत को मकान देने से पहले सावधानी रखे | में यहा स्टडी करने आई लडकियों के खिलाफ नही हु | सिर्फ मेरा मतलब तेज और चालक शादी शुदा औरतो से है |
7. किरायेदार का बिजली और पानी का कनेकशन नही काटे :-
ज्यादातर लोग कब्जे होने या किरायेदार से झगड़ा हो जाने की स्तिथि में किराये की सम्पति का बिजली व पानी का कनेकशन काट देते है | जो की गलत है | क्योकि ऐसी स्तिथि में किरायेदार कोर्ट चला जाएगा और कोर्ट इलेक्ट्रिसिटी और वाटर सप्लाई बोर्ड को तुरंत किरायेदार के नाम से कनेक्शन लगाने का आदेश दे देगी | ऐसा इसलिए है क्योकि बजली व पानी किसी भी व्यक्ति के जीवन जीने का आधार है और ये हक उसे सविधान के फंडामेंटल राईट आर्टिकल 21 में मिला हुआ है | तो कभी भी ये कनेकशन नही काटे बल्कि अगर किरायेदार इनका बिल नही भरे तो सीधे कोर्ट में जाए | वहा आपकी बात सुनी जाएगी तथा इस आधार पर आपका पक्ष भी मजबूत हो जायेगा |
8. झगड़े का सहारा :-
वैसे तो ज्यादातर लोग झगड़े का सहारा लेकर या गुंडों के द्वारा किराये की दुकान या किराये के मकान खाली करवाते है | ज्यादातर ये तरीका सफल भी हो जाता है लेकिन कई बार उल्टा भी पड़ जाता है | जिसमे की ये होता है की किरायेदार की पत्नी या और कोई सम्बन्धी औरत मकान मालिक या उसके बच्चो पर झूटे छेद्कानी का मुकदमा बना देती है | और फिर केस लंबा चलता है और मकान भी जल्दी खाली नही होता है | इसलिए सावधानी बरते | आयर समझदारी से से काम ले |
9. किराये की रसीद नही दे :-
मकान मालिक को चाहिए की वो अपने किराये की सम्पति की एक रसीद बुक बना कर रखे शुरुआत में तो किरायेदार को रसीद दे तथा बाद में रसीद नही दे | ताकि अगर किसी भी प्रकार का किरायेदार से झगडा होने पर मकान मालिक कोर्ट में ये कह सके की किरायेदार ने बाद में किराया नही दिया अगर कोई सबूत है तो किरायेदार पेश करे | इसलिए मुझे कोर्ट के द्वारा अपना मकान खाली चाहिए | यहां सावधानी रखने वाली बात ये है की ऐसी स्तिथि में किराया सिर्फ नगद ही ले, तभी ऐसा होना सम्भव है |
10. किराया हमेशा नगद में ले :-
अगर किरायेदार कोई व्यक्ति विशेष है तो, कभी भी किरायेदार से किसी भी प्रकार का अमाउंट अपने खाने में नही ले | ताकि कल को ये सबूत नही बन पाए की किरायेदार समय पर किराया देता था | आप हमेशा किराया नगद ही ले | और उसकी कोई रसीद नही दे | लेकिन ऐसा सिर्फ व्यक्ति विशेष के साथ ही करे किसी कंपनी के साथ नही |
11. पिछले मकान मालिक से इंक्वारी :-
जब भी आप किसी व्यक्ति विशेष को मकान किराये पर दे, तो जरुर उसके पिछले मकान मालिक से उसके बारे में पूछताछ कर ले | की किरायेदार का नेचर/स्वभाव कैसा है और वो किराया देने में कैसा व्यक्ति है | ये बात करने में तो बड़ा अटपटा लगता है पर हो सके तो आप स्वय न करके किसी से भी जरा सी भी इंक्वारी करा ले तो अच्छा है
12. किरायेदार का पुलिस सत्यापन :-
किसी भी किरायेदार का व्यक्तिगत रूप से पुलिस सत्यापन जरूरी है जिसके ना करवाने पर जुर्माना व सजा दोनों है जिसका विवरण सी.आर.पी. सी. में दिया है | जो कोई भी आप किरायेदार रखे, उसका पुलिस सत्यापन जरुर करवा ले | ये पुलिस द्वारा फ्री होता है | इसमें आपको किरायेदार का फोटो, पहचान पत्र, सभी सदस्यों का ब्यौरा, पिछले किराये वाले मकान का पता, व स्थायी पता लिखना होता है |
नोटिस जरुर दे :-
किराये की समय अवधि समाप्त होने की स्तिथि में अगर नया किरायानामा नही बनाया गया है | आप, वहा पर किरायेदार को नोटिस जरुर दे | ऐसा करना कल को कोर्ट में जाने की स्तिथि में कानूनन आपके हक में होगा | इसमें कोई देरी नही करे |
डर :-
किरायेदार के सामने कभी भी मकान मालिक को अपने आपको कमजोर नही दिखाना चाहिए और ना ही अपनी कोई कमजोरी बतानी चाहिए | जिससे की वो इसका फायदा उठा कर आपको लुट सके |
कब्जा होने की स्तिथि में क्या करे
1. लड़ाई झगड़ा, परेशान करना या दबाव :-
किसी और प्रकार की किराये की सम्पति पर कब्जा हो जाने की स्तिथि में मकान मालिक किरायेदार को परेशान करके पीटकर या फिर उसके परिवार को कोई तकलीफ देकर मकान खाली करवाते है | कई बार किराये की सम्पति खाली हो भी जाती है और कई बार ये चीजे उल्टा मकान मालिक के गले में भी पड़ जाती है | इसलिए ऐसे मामलो में समझदारी से काम ले | स्वय ऐसी चीजो से दूर रहना चाहिए और ऐसे झगड़े किसी दुसरे लोगो के झगड़े दिखने चाहिए | (में यहा किसी भी प्रकार की लड़ाई या दबाव का समर्थन नही करता हु )
2. पुलिस द्वारा परेशान करना या केस करना :-
किराये की सम्पति पर कब्जा हो जाने की स्तिथि में मकान मालिक, किरायेदार को लोकल पुलिस की सहायता से धमकवाते है या फिर झूटे केस में फसाने की धमकी दिलवाते है | या किसी भी प्रकार का समाजिक दबाव भी बनाने का प्रयत्न करते है कई बार इसमें उन्हें कामयाबी भी मिल जाती है और नाकामी भी | में इन चीजो का समर्थन नही करता हु | दबाव बनाना गलत बात नही है लेकिन उसका तरीका सही हो |
3. गैर क़ानूनी कार्यवाही :-
मकान मालिक को चाहिए की उसकी किराये की दुकान या किराये की सम्पति पर कब्जा होने स्तिथि में अगर आपका किरायेदार गलत कब्जा करता है तो आप भी अपने किरायेदार पर र्गैर क़ानूनी कार्य करने का कोई केस या आरोप लगाये जैसे की कोई लडकी बाजी का काम या कोई और प्रतिबंधित कार्य में स्न्ग्लित होना इत्यादि
4. कोर्ट में केस :-
अंत में कुछ ना हो सके तो कोर्ट ही जाने का रास्ता बचता है | लेकिन कोर्ट में समय ज्यादा लगता है इसलिए कोर्ट जाने से बचे क्योकि अभी रेंट कंट्रोल एक्ट मकान मालिक के लिए मजबूत नही है | जब तक इसमें कोई अच्छा संसोधन नही हो जाता है तब तक मकान मालिक को ऐसे ही परेशान होना होगा
कोर्ट केस चलने तक किराया लेने का हक कोर्ट अपने हाथ में रखता है तथा किराये से सम्बन्धित कोई झगड़ा नही होने किस स्तिथि में किराया मकान मालिक को देता है वरना अपने पास जमा रखता है | ऐसी स्तिथि में केस लंबे चलते है | किराये की दुकान या किराये की सम्पति ऐसे ही अटकी रहती है
उपर लिखी बातो व सावधानियो का पर ध्यान दे और उन्हें अपनाये |
जय हिन्द
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द्वारा
ADVOCATE DHEERAJ KUMAR
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Amit dewan
Sir my name is Amit dewan sir l have a shop and tannent not viccact the shop we have a resisted aggrement whose over in 2018 but[ not viccate the shop and not any rent to us
Advocate_Dheeraj
Amit dewan ji,
every problem have different solution so please call 9278134222 and take advise online fees will be Rs. 1000/- for 24 hours.
sanjeev talwar
Undoubtedly remarkable suggestions.sir carry on this social services.God bless you
Advocate_Dheeraj
sanjeev talwar जी,
thanks
Kamlesh
Sir mujhe shop liye 6 saal ho Gaye h dukaan Malik 11 mahine ka advance kiraya leta h aur hum dete bhi the bhut abhi Corona k chalte halat kharab h isiliye advance nhi de paa rahe h. To dukaan Malik bolta h shop Khali Kar do .har month kiraya lene see Mana Kar Raha h pls sir bataye hum Kya Kare pls sir maargdarshan dijiye
Advocate_Dheeraj
Kamlesh ji,
नई दूकान देख ले, झगड़ा ही खत्म | जबरदस्ती करने में कोई फायदा नही है, दुश्मनी ही बढ़नी है
Mangal
Sar Mere father-in-law ki dukaan hai vah dukaan Mere father-in-law Aane 1996 Mein di thi 1998 Mein Mere father-in-law ka dehant Ho Gaya Mere father-in-law ke ghar mein koi majbut aadami nahin hai aur vah kirayedar ab dukaan Khali nahin kar raha ab usse Kaise dukaan Khali Kare Ja sake kripya Koi uchit Rai den
Advocate_Dheeraj
Mangal जी,
कोर्ट में केस करे, आपको दूकान मिलनी चाहिये, डिटेल में जानकारी के लिए कॉल करके सलाह ले
Pankaj
Sir Mera shop ka Malik ha Jo new aya ha 1 saal se.jiske pass upar wali chat ha woh Mari shop me pani dalta rehta ha upar se chat ki kuch tail torh rakhi ha.balia ki chat ki vajah see pani shop me ata rehta ha.upar wali floor me Jane nhi deta or kehta ha na ma repair Karne dunga or na ap karunga batao ma Kya kru
Advocate_Dheeraj
Pankaj ji,
कोर्ट में केस करके रिपेयरिंग करे
Ravi Patel
sir mai ek samj bhavan per kiraye dar se office kiraye se liya lock down me 2 mah ka kiraye na de pane ke Karen makan malik be mera tala tod kar mere office me apna kabja kar liya or mera saman bhi nai de raha hai police bhi sath nai nai de rahi hai see me mujhe kya karna chahiye
Advocate_Dheeraj
Ravi Patel जी,
अच्छा मोका है रेंट कंट्रोल एक्ट में केस करके उसकी दूकान पर स्टे ले, अपने आप सीधा हो जायेगा
Rahul Kumar
Rahul Kumar
Sir mai muzaffarpur Bihar se hoo.sir humne ek property kharidi hai,lekin pahle se letecated property hai jo baap or bete partision shut chaal raha hai ho mujhe jaankaari nahi tha but usme kuch dukaan hai jisme rentor hai use khali karane ka raasta narayen.
Advocate_Dheeraj
Rahul Kumar जी,
इसकी जानकारी आपको जमीन के डाक्यूमेंट्स देखकर ही बता सकता हु आप कॉल करके सलाह ले, डिटेल वेबसाइट पर दी गई है
राम कुमार
सर मेरे दादाजी ने 45 साल पहले एक दुकान किराये पर ली थी । इस दुकान में बिजली का कनेक्शन नही है और दुकान भी जर्जर हो चुकी है। ना तो दुकान मालिक रिपेयरिंग करवाता है और ना ही बिजली का कनेक्शन करवाता है । क्या किया जाए । प्लीज बताये
Advocate_Dheeraj
Ram kumar ji,
दिल्ली में तो किरायेदार भी मीटर ले सकते है | |अगर आप दुसरे स्टेट से है तो दूकान बदल लीजिये | या फिर आप दूकान स्वय भी ठीक करवा सकते है, फिर वो पैसा क्लेम करे, लेकिन पहले उसे नोटिस देना होगा |
Ram kumar
मेरे दादाजी ने 45 साल पहले एक दुकान किराये पर ली थी । उस समय से दुकान में बिजली का कनेक्शन नही है। वर्तमान में मैं यानी उनका पोता रोजगार कर रहा हूँ। दुकान भी जर्जर हो चुकी है। दुकान मालिक ना तो मरमत करवाता है और ना ही बिजली कनेक्श दे रहा है। बहुत परेशान है हम।।प्लीज बताए क्या किया जाए।।
Advocate_Dheeraj
Ram kumar ji,
दिल्ली में तो किरायेदार भी मीटर ले सकते है | |अगर आप दुसरे स्टेट से है तो दूकान बदल लीजिये | या फिर आप दूकान स्वय भी ठीक करवा सकते है, फिर वो पैसा क्लेम करे, लेकिन पहले उसे नोटिस देना होगा |
NIKHIL SINGH
Hello sir namaste sir mara Dada ki property hai jis Mai 2 dukan kirai par hai or kirai dar ko 15 SA 16 sall ho Gaya hai or us na dukan pgdhi par lithi or aab hmm logo ko dukan khali karvana hai to Kay kara
Advocate_Dheeraj
NIKHIL SINGH जी,
पुलिस का सहारा ले, नही बात बने तो कोर्ट में केस करे |
Unknown
Sir, mere yha 4 sal se rent se rh rha h. Humne uska agreement nhi kraya h. Uska submeter lga hua h. Vo 4 sal to rh liya or ab jb khali krne ka bola h to hum pr ilzam lga rha h ki humne usse 4 sal tk jyada electricity bill liya h jo ki humne nhi liya. Or vo ghar khali nhi kr rha h. Hum usko December se khali krne ka bol rhe h pr vo khali bhi kr rha h or 6 month se electricity bill or rent nhi de rha h.ab lockdown ki wajah se vo yhi rh rha h. Hume usko jladi nikalna h ghar se.
Advocate_Dheeraj
पुलिस में शिकायत करे की वो अभी कुछ महीनो से किराये पर रह रहा है और किराया नही दे रहा है | पुलिस की सहायता से निकाल दे |
गलती से भी उसे पुराना किरायेदार नही दिखाए | वरना फस जायेंगे | उसके पास किराये की रसीद नही होने का फायदा उठाये |
Vikas
Sir ji namaskar ..
dua krta hu ap hmesha khush rhe…
agr kirayedar rent ki rasid mange to kya rasid dene chaye .. or kya vo rent ki rasid lene k liye koi case kar skta h …
Advocate_Dheeraj
Vikas जी,
रेंट की रसीद कभी नही देनी चाहिए | वो इसके लिए केस कर सकता है लेकिन आप ये कह सकते है की उसने कोई किराया नही दिया में अपनी प्रॉपर्टी खाली चाहता हु | रेंट रसीद हमेशा किरायेदार को मजबूत करती है |
amit
sir mere papa ne kiraye pe dukan li the lekin accident k bad dukan band padi hai lekin kiraya pora de rahe hai owner k bete ko 5 saal se aur jab is bar rasid mangi to mana kr rahe hai..aur dukan khali krne ko bhe bol rahe hai..kya kr sakte hai is case me krpya bataye..ye bhe bol rahe hai k dukan k halat kharab hai to chod do banwani hai..kyoki purani dukan hai..21 saal se hamare pas hai..compensate bhe bahut kam he bol rahe hai….dabav bana rahe hai..kya kru me..pls advise
Advocate_Dheeraj
amit जी,
अच्छा होगा आप दूकान खाली कर दे | वो दूकान का मालिक है | बिल्डिंग पुरानी है अगर दूकान में कुछ नुक्सान हो गया तो आप लोगो को भरना पडेगा |
PRASANT Gope
Sir me dukan ka malik hu mera dukan agreement me chal rha mera dukan purana ho gaya he kabhi v gir Sakta he to kya me ye bloke kirayadar ko dukan khali karne bol sakta hu
Advocate_Dheeraj
PRASANT Gope जी,
बिलकुल बोल सकते है, आप कमजोर बिल्डिंग की शिकायत मुन्सिपल कारपोरेशन में भी करे
Ankit singh
sir pls help me… Mere father govt employ hai or rajasthan alwer distic me posting hai unhone ak shop agra (u.p) me le rhki hai… Meri nani jo poor family se hai unhone ghr khrch ke liye shop rent pr dene ki baat ki to hmne yes kr diya….. Unhone kisi ko shop de di or agreement ni karaya kisi bi thre ka… Ab jisee shop di wo ladies frod nikli i mean chori ka maal bechte hue pkdi gyi… To usko railway police ne pkd or hmari shop se saara saamn khali krva liya …hmne kuch bi ni kiya or police hme preshan kr rhi hai.. Ab ise satitution me hm kya kre… Pls help kriyeee…
Advocate_Dheeraj
Ankit singh जी,
बिना अग्रीमेंट के तो पुलिस यही समझेगी की आप भी इसमें शामिल थे
पुलिस से बात करके बात निपटा दे |
वैसे उस लेडीज की स्टेटमेंट के बाद की वो किराये पर दूकान लि थी आपका रोल खत्म हो जाता है | लेकिन पुलिस के पास पॉवर है आप पर भी केस बनाने की
DEEPAK
KOI AGREEMENT NAHI HAI NA HI BIJLI KA CONNECTION HAI KIRAYEDAR KI NIYAT DUKAN PE KHARAB HO GAYE HAI AUR WO COURT CHALA GAYA STAY LENE KO STAY TO MILA NHI USKO AUR NA HI USKA RENT JAMA HUA COURT MEIN AB IS SITUTATION MEIN DUKAR KAISE KAHLI KARWAYE KIRAYEDAR SE
Advocate_Dheeraj
DEEPAK जी,
आप भी दूकान खाली करवाने का सिविल केस करे
Nilesh
Sir mere se Dukan dar malik kiraya Advance me lera hai har bar 5 ya 10 thausand
Me dera hu feer aur jada peaa saye hai advance me
Me mana bola tho bola ki khali kardo meri dukan
Bolra hai tereko ptha hai meri dukan 1 crod ki hai
Aesi bat hai kiya kru
Advocate_Dheeraj
Nilesh जी,
दूकान पर रेंट कंट्रोल एक्ट में केस डाल दो | अपने आप सीधा हो जायेगा | कुछ लोग ऐसे ही समझते है
deepak gupta
sir mayne 2016 me ek dukan 3,50,000/-depojet 4000/-par month rent par li thi 2018 me mayne dukan khali karne ke liye kaha aur dipojet maga to makan malik taal raha hai aur dene se inkaar kar raha hai mai kya karu pleace halp me.
Advocate_Dheeraj
deepak gupta जी,
इसी आधार पर कोर्ट में जाये और जाकर स्टे ले | फिर आपको अपनी मर्जी का डिपाजिट अमाउंट मिलेगा |
कम डरना होतो एक नोटिस ही भेज कर देख ले | मकान मालिक ठीक हो जायेगा
Ashok Kumar Verma
Sir ji
Mere sath ek shop hai.jis ka 75 % hissa maine purchase kiya hua hai.or 25% dusre ke pass hai.
Jis ne shop par kabza kiya hua hai.kya 75 % hissa mujhe mile gha .
Advocate_Dheeraj
Ashok Kumar Verma जी,
जरुर मिलेगा आप पुलिस में शिकायत करे और कोर्ट में सिविल केस करे
MANISh Kumar
Please help contact 9451817839
Advocate_Dheeraj
for legal advice contact 9278134222, advice fees will be 500 rupees for valid till 24 hours.
रजी अहमद
सर मेरा नाम रजी अहमद है मेरे पिता जी ने एक दुकान किराए पर दी थी जिसका खाली कराने का मुकदमा सिविल कोर्ट में चल रहा है। मेरे पिता जी का देहांत अभी तीन महीने पहले हो गया है। क्या मैं मैं उनके ऊपर कलेक्ट्रेट में १६-१ब एक्ट के तहत मुकदमा कर सकता हूं या नहीं।या दुकान खाली कराने का कोई सही उपाय बताए।पिछला मुकदमा ८ साल से चल रहा है।महान कृपा होगी।
Advocate_Dheeraj
आपके पिता जी ने कोई विल की होतो सही है वरना उनके बाद उनके सभी लीगल हियर यानी पत्नी व बेटे उस जमीन के हिस्सेदार या मालिक है आप केस कर सकते है
हाई कोर्ट में रिट डाल कर आप केस को जल्दी ख़त्म करवा सकते है उसमे आप कोर्ट से कोई भी डायरेक्शन मांग सकते है लेकिन वो पक्ष मजबूत होना चाहिए
केस के फैक्ट्स और हालात के अनुसार ही सलाह दी जा सकती है आप काल करके सलाह ले तो ज्यादा अच्छी सलाह दे सकता हु फीस 500 होगी 9278134222
mohd bilal
sir meri shop pr kirayedar ne kabza kar liya hai court case chal raha hai cort case kab tak chalega pata nhi
koi agreement nhi hua hai koi aur upaye aap batein
Advocate_Dheeraj
अग्रीमेंट नही है तो किरायदार अभी कुछ महीने से आया था और अग्रीमेंट नही बनवा रहा था और वो कब्जा करना चाहता है ऐसा कह कर पली ले केस जल्दी जीत जायेंगे
अगर आपने कोर्ट में कोई और बात खी है तो वो बताये फिर आपको उसके अनुसार राय दू |
केस के फैक्ट्स और हालात के अनुसार ही सलाह दी जा सकती है आप काल करके सलाह ले तो ज्यादा अच्छी सलाह दे सकता हु फीस 500 होगी 9278134222
Mahesh
Sir mere pass 10 years se shop hai rent time par deta hu lekin makan malik khali karva raha hai kya karu.abhi meri financial conditions kaharab hai maine unce 3 saal ka time manga hai lekin vo mana kar rahe hai kya karu???
Advocate_Dheeraj
वैसे तो कोई भी उल्टा सीधा केस करके आप टाइम खीच सकते हो या उन्हें परेशान कर सकते हो
लेकिन गलत तो गलत है |
अच्छा होगा आप प्यार से अपना काम करवाये
gulshan Kumar
Comment Text* Sir mere uper case chla tha usme act 147.149.323.341.or ab court m compromise ho chuka h kya muje govt job mil skti h plz sir me
Advocate_Dheeraj
मिल जाएगी
pramod mishra
sir
mai pramod mishra llb complete kar chuka hu patna bar council se enroll hu muje delhi m job ke liye suggest kre badi kirpa hoge sir jee
Advocate_Dheeraj
आप ऑनलाइन कंपनी में जॉब तलास करे या न्यूज़ पेपर देखे
अच्छा होगा की देल्ली में प्रक्टिस करे इसमें ज्यादा पैसा है
Aarif
मैं राजस्थान से हूँ सर हमारी दुकान का 11महिने का अग्रिमेंट पुरा हो चुका है लेकिन 3साल से किराएदार पागल बना रहा है दुकान खाली नहीं कर रहा है और 3साल से अग्रिमेंट नही हुआ है दुकान की हमे जरुरत है मेरे पापा नही है तो हमारा घर खर्च किराए पर चलता है अब मैं खुद दुकान लगाना चाह्ता हू हमे दुकान जल्दी से जल्दी खाली करानी है
Advocate_Dheeraj
आप उसे नोटिस दे की 11 महीने पुरे होने के बाद उसने अगले दो साल तक कोई किराया नही दिया है और वो दूकान खाली करे | नही माने तो आप कोर्ट में केस करे | उसे पिछला पैसा भी देना होगा |
इसके अलावा आप दूकान में कोई क्रिमिनल एक्टिविटी होने की police complainant भी कर सकते है |
Jitendra Kumar
Dear sir me Jitendra Kumar Noida me rah raha hu Back month mene apne account iob se wrong account boi me 89000rupe dal diye account holder ne rupe nikal liye mujhe bo rupe usi bank ke dusre account me dalne the but galti se uske account me pad Gay bo rupe dene se mana Kr raha hai to me kya karu plz Sir jankari de thanks
Advocate_Dheeraj
आप पुलिस में शिकायत दे कर 406 ipc में FIR करवाए | नही माने तो कोर्ट का सहारा ले |
Mukul Saraf
sir kya kirayedar ke bete ko dukaan pe bethne se roka ja skta h?
sir i m llb1st year student.
Advocate_Dheeraj
क्रप्या पूरी बात लिखे |
Anil
Sir ager hum dukan bina agreement ke dete hai to kirayedar dukan kaali na kare to uske baat kya karna hoga apke hisab se dukan kisi yvakti ko de to agreement banyaye ya nahi sir apka bhahut dhanyabad jo ki aap insan ko chalne se pahle aap usko rasta dhikate hai
Advocate_Dheeraj
दूकान हमेशा अग्रीमेंट के साथ ही दे | क्योकि उसमे लीगल एक्टिविटी का रिकॉर्ड कियारेदार के पास होता है | दूकान खाली नही करे तो केस करे | अब केस के फैक्ट्स आप दोनों के बिच बातो व डील के आधार पर तय होंगे |
Prashant kumar tripathi
Bhaiya ji namasty…….
I am Prashant kumar tripathi
Advocate in Allahabad high court
I am junior adv. Only 4 month…..
Pls give me a contact number……
Advocate_Dheeraj
my one number is given on website 9278134222. it is my assistant number you can call her and can take my number.
Mashuk ali
Sir meri patni ne mujpr gharelu hinsah 18,19,20,21,22ka case darj krbaya hai …or isme mene usey 2month pehele hi talaqe bain dekr nikah se aajad kr diya tha ….ab mein apne bachab mein kya kr skta hoon meri patni gov job kr rhi hai ..
Advocate_Dheeraj
तीन तलाक तो बैन है | वो तो काम करेगा नही | बाकी रही बात बचने की तो आपकी पत्नी ने क्या आरोप लगाये है और वो कैसे झूठे साबित करने है ये बाते आपसे किये बिना कुछ नही बता सकता हु | क्रप्या कॉल करे और जाने |