लड़की प्यार में धोखा दे तो कानून की 8 धाराओं में सजा करवा सकते है | धोखेबाज गर्लफ्रेंड को पंहुचा सकते है जेल में |
लडकियों के द्वारा लडको पर धोखेबाजी और छेड़कानी, पीछ करना धारा 354 से 354D तक की धाराओं में झूठे आरोप के केस और शादी का झासा देकर गलत करने के केस तो आपने बहुत देखे है लेकिन गलत तो लडको के साथ भी होता है उनके साथ भी धोखे होते है लेकिन हमारे समाज की ये धारणा है की लडकियों के फेवर में ही बोलते है उन बेचारे लडको के बारे में कोई नही बोलता है जिन्हें लडकिया/ धोखेबाज गर्लफ्रेंड धोखा देती है उनका शोषण करती है | वैसे सब लड़के एक जैसे नही होते है गलत लड़के भी होते है | लेकिन आज हम बात करेंगे उन शोषित लडको की जो की अपनी धोखेबाज गर्लफ्रेंड से धोखा खाए हुए है |
#हाइलाइट्स :-
#जाने लड़के भी कर सकते है लडकियों पर केस
#जाने कैसे धोखेबाज गर्लफ्रेंड को उनकी धोखेबाजी के लिए पंहुचा सकते है जेल में
#हो सकती है 7 साल तक की सजा और जुर्माना
#7 प्रकार के क्रिमिनल व 1 सिविल केस कर सकते है लडके धोखेबाज गर्लफ्रेंड पर
#धारा 406 / 420/ 426/ 427/ 323/ 504/ 506/ 499/ 500 ipc में केस
#सिविल रिकवरी सूट और मेंडेटरी डायरेक्शन
हम धोखेबाज गर्लफ्रेंड को दो हिस्सों में बाटते है पहली वो जो की हमारे साथ लीव इन रिलेशनशिप में रहती है दूसरी वे जो की लीव इन रिलेशनशिप में नही रहती है साधारण रूप से हमसे मिलती-झूलती रहती है |
वैसे लड़की का आप पर एक छेड़कानी का केस ही काफी होता है, लड़के को चुप बिठाने के लिए लेकिन, कई बार ऐसे हालात पैदा हो जाते है |जब लड़की लड़के पर झूठा केस कर देती है तो लड़का भी सोच लेता है की उसे भी लड़की को सबक सिखाना चाहिए , उससे डरना नही चाहिए, बेशक उसे सजा हो जाए | तो ऐसे में लड़का भी केस कर सकता है | आइये जाने हम 7 प्रकार से अपनी धोखेबाज गर्लफ्रेंड के खिलाफ fir करवा सकते है और 1 प्रकार से सिविल केस करके सजा करवा सकते है |
1. धारा 406 IPC के तहत केस
दोस्तों धारा 406 ipc की धारा है जिसका मतलब है criminal beach of trust है | मतलब किसी व्यक्ति का विश्वास तोड्ने का अपराध करना और विश्वास में लेकर किसी व्यक्ति का समान अपने पास रखना उसे वापस नही देना इसमें शामिल होता है | आप लोगो ने देखा होगा की साधारणत: पत्निया अपने पति व ससुराल वालो पर ये धारा लगाती है जब उन्हें अपना स्त्रीधन उनसे लेना होता है | लेकिन इस धारा का रूप ये है की आप किसी का भी सामान अपने पास विश्वास के तौर पर रखते हो और वापस नही देते हो तो ये धारा लगती है |
लड़का और लड़की जब दोस्ते होते है तो एक दुसरे को गिफ्ट भी देते है ऐसे में आपने अपनी गर्ल फ्रेंड को भी गिफ्ट दिए होते है तो आप वे गिफ्ट इस धारा में उससे वापस ले सकते है | इसके लिए पहले आप उसे लीगल नोटिस भी भेज सकते है, अगर वो नही माने तो उस पर धारा 406 ipc में fir भी करवा सकते है | इस धारा में 3 साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है |
दोस्तों ऐसे सवाल ये उठता है की आप ये साबित कैसे करेंगे की आपने आप की धोखेबाज गर्लफ्रेंड को गिफ्ट दिए थे | क्योकि कानून सबूत मांगता है, बिना सबूत के आप न नही आप केस कर सकते है और न ही किसी भी प्रकार से केस करने पर उसे ज्रीत सकते है | ऐसे में आपने जब भी उसे गिफ्ट दिया होगा तो उस गिफ्ट का बिल सबूत के तौर पर होगा, अगर उसे ऑनलाइन पेमेंट से किया होगा तो आपकी बैंक अकाउंट स्टेटमेंट इसमें सहायक होगी | आपने अपनी धोखेबाज गर्लफ्रेंड को गिफ्ट दिया है तो उस गिफ्ट का कोई फोटो या विडियो भी होगी वो भी सबूत है | इसके अलावा आपका कोई दोस्त जो ये गवाही दे सके की आपने उसके सामने ये गिफ्ट दिया हो और अपने पैसो से दिया हो | इस के अलावा आपने गिफ्ट किसी खास दिन को दिया होगा तो वो डेट भी आप बता देते है तो वो आपके केस को और मजबूत करती है | इन प्रकार के सबूतों से आप आसानी से अपनी धोखेबाज गर्लफ्रेंड पर केस कर भी सकते है और केस जीत भी सकते है |
क्या गिफ्ट वापस लिया जा सकता है
दोस्तों ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये उठता है की क्या गिफ्ट वापस लिया जा सकता है | तो इसका जवाब है “हा” | आप अपना गिफ्ट वापस ले सकते है आप दान वापस नही ले सकते है लेकिन गिफ्ट वापस ले सकते है | जैसे की आपने अपनी कोई सम्पति अपने किसी प्यारे परिवारजन या रिश्तेदार को गिफ्ट कर दी है और कल को आपके साथ कोई धोखा कर दे या फिर आपका अपमान कर दे या फिर आपने किसी निजी का बुरा कर दे तो आप कोर्ट में केस करके उस गिफ्टेड प्रॉपर्टी को वापस ले सकते है जैसे की माँ बेटे और बेटी को कोई प्रॉपर्टी अपने उनके पति और पिता की मिर्तु के अपरांत मिलती है और बाद में दोनों माँ और बहन अपनी हिस्से की सम्पति अपने बेटे और भाई के नाम रिलिंकुश डीड के द्वारा कर देती है और बाद में वो लड़का अपनी माँ और बहन को सम्मान नही दे या अपनी माँ को पास नही रखे या बहन को बुलाये नही, तो ऐसे में वे माँ और बेटी, अपने बेटे औए भाई पर कोर्ट केस करके वो रिलिंकुश डीड खत्म करवा सकती है और वो सम्पति वापस अपने नाम करवा सकती है | तो ऐसे में आप भी अपनी धोखेबाज गर्लफ्रेंड को दिए हुए गिफ्ट वापस ले सकते है |
2. mischief धारा 426/ 427 ipc के अंतर्गत सजा
धारा 426/ 427 ipc mischief या रिष्टि के बारे में कहती है मतलब की अगर कोई व्यक्ति आपका जानबुझकर नुक्सान करना है तो आप इन धाराओं में उसके खिलाफ FIR करवा के उससे अपने नुकशान की भरपाई करवा सकते है और उस को सजा भी करवा सकते है | जैसे की आपकी गर्लफ्रेंड ने गुस्से में आकर आपका को सामान तोड़ दिया है या नोट फाड़ दिया है या आपका कोई गिफ्ट तोड़ या जला दिया है या फिर आपको किसी और तरीके से किसी वस्तु का रूप बिगाड़ दिया है या फिर गुस्से में आकर उसे फेक कर तोड़ दियाया जैसे कोई मोबाइल तोड़ दिया है तो आप उसे इस धारा 426 में किसी भी प्रकार के नुकसान करने के लिए 3 महीने की सजा और जुर्माने से दंडनीय होगी और अगर वो नुक्सान 50 रुपे से ज्यादा है तो वो धारा 427ipc के अंतर्गत 2 वर्ष के कारावास और जुर्माने से दंडनीय होगी | ये दोनों की धाराए जमानतीय है |
दोस्तों यहा दो सवाल जरुर पैदा होते है जैसे की क्या हम ये साबित कैसे करेंगे की उसने हमारा सामन तोडा है, उसे नुकशान पहुचाया है या फिर उसका रूप बदल दिया है और दुसरा ये की इतना समय बीत जाने के बाद क्या ये केस हो सकता है | जैसे की मैंने पहले लिखा है की इसके आपके पास कोई बिल /फोटो/विडियो/ गवाह के अलावा वो टूटी हुई चीज भी सबूत है तो आप उसे सजा करवा सकते है |
दोस्तों किसी भी क्रिमिनल केस को करने के लिए कोई टाइम लिमिट नही है \ आपको जब भी किसी भी क्राइम का पता चले या फिर आप देरी से भी उस के लिए fir करवा सकते है | ये है की देरी से केस करने पर आपका केस कमजोर जरुर हो जाता है लेकिन केस में के फैक्ट्स में दम है तो आप केस जीत सकते है |
3. सिविल रिकवरी सूट और मेंडेटरी डायरेक्शन
दोस्तों आप अपनी धोखेबाज गर्लफ्रेंड पर अगर क्रिमिनल केस नही करना चाहते है या फिर पुलिस आपकी शिकायत नही सुन रही है और आप कोर्ट के द्वारा केस नही करना चाहते है तो आप अपने गिफ्ट और पैसो के लिए सिविल सूट फाइल कर सकते है इसमें आपका केस आसानी से दर्ज भी हो जाएगा और आपकी धोखेबाज गर्लफ्रेंड को नोटिस भी चला जाएगा | इसमें सिर्फ आपका गिफ्ट और पैसो के हिसाब से कुछ पैसा कोर्ट फीस में दिया जाएगा जो केस जितने और समझोता होने पर वापस भी मिल जाता है | और केस जितने पर आपकी धोखेबाज गर्लफ्रेंड पर जुर्माना भी हो सकता है |
4. धारा 420 ipc सजा 7 साल तक और जुर्माना गैर जमानतीय अपराध
अगर आपकी गर्लफ्रेंड ने जान बुझ कर प्लान करके आपका आपका फायदा उठाने के लिए आपसे दोस्ती की है और आपका फायदा भी उठाया भी है जैसे की आपके पैसे खर्च करवाना / आपसे झूठ बोल कर कोई सामान लेना उसे वापस नही करना और ये सब पहले से प्लान के रूप में किया हो तो, आप इस धारा के अनुसार आपनी धोखेबाज गर्लफ्रेंड के खिलाफ इस धारा में केस दर्ज करवा सकते है इसमें में दोषी पाए जाने पर उसे इस धारा 420 ipc के अनुसार 7 साल तक की सजा और जुर्माना और दोनों भी हो सकता है ये एक गैर जमानतीय अपराध है |
5. धारा 323 ipc
अगर आपकी धोखेबाज गर्लफ्रेंड ने आपको छोड़ने के बाद या फिर दोस्ती के दौरान कभी सबके सामने थप्पड़ मारा हो, तो आप उस के खिलफ इस धारा 323 ipc में FIR करवा कर एक साल की सजा और जुर्माना या दोनों करवा सकते है | सबूत के तौर पर आपने किसी दोस्त को इसमें गवाह बना सकते है अगर इसकी कोई रिकॉर्डिंग हो या फिर व्हाट्सउप कया फेसबुक में कोई चैट हो जिसमे थप्पड़ मरने को स्वीकार किया हो या फिर voice रिकॉर्डिंग के द्वारा आपके पास उसकी सहमती है तो और भी अच्छी बात है | ये सबूत आपके काम आयेंगे | वैसे पुलिस आपकी नही सुने तो आप कोर्ट के द्वारा भी केस कर सकते है इसमें आप धारा 156 (3) CRPC में कोर्ट में आवेदन करते है |
6. धारा 504 ipc
ब्रैकअप होने पर अगर आपकी धोखेबाज गर्लफ्रेंड ने आपको कभी गाली देकर बोला हो या फिर कोई अपशब्द कहे हो तो आप, उसके खिलाफ इस धारा में 2 तक की सजा और जुर्माना करवा सकते है | सबूत के लिए वही रिकॉर्डिंग,चैट या फिर कोई गवाह चाहिए |
7. धारा 506 ipc
अगर ब्रेकुप होने बाद आपकी धोखेबाज गर्लफ्रेंड ने आपको किसी भी प्रकार की धमकी धारा 506 ipc में देती है की वो आपका बुरा करवा देगी या खुद कर देगी तो आप इस धारा के फर्स्ट पार्ट के अनुसार उसको 2 साल तक की सजा और जुर्माना दोनों करवा सकते है
अगर उसने वो धमकी आपको कोई गम्भीर चोट पहुचाने या फिर जाने से मारने या फिर जान से मरवाने की दी है तो इस धारा के दुसरे पार्ट के अनुसार आप उसको 7 साल तक की सजा और जुर्माना दोनों करवा सकते है | सबूत के तौर पर वही कोई रिकॉर्डिंग,चैट या फिर गवाह होने चाहिए |
8. धारा 499/500 ipc
अगर आपकी धोखेबाज गर्लफ्रेंड ने कभी आपको अपमानित किया है जैसे की ब्रेकअप के बाद लड़की लड़के को कई बार बुरा-भला बोलती है तो ऐसे ही आपको भी सबके सामने बहुत ही भला-बुरा बोला हो तो आप उस पर धारा 500 ipc के तहत मानहानि का केस कर सकते है | और जुर्माना भी ले सकते है |वैसे इस धारा भारतीय दंड संहिता की धारा 499 के अनुसार-किसी के बारे में बुरी बातें बोलना, लोगों को अपमानजनक पत्र भेजना, किसी की प्रतिष्ठा गिराने वाली अफवाह फैलाना, अपमानजनक टिप्पणी प्रकाशित या प्रसारित करना। किसी भी व्यक्ति से आप के बारे में कोई अपमानजनक बात कहना, अफवाह फैलाना या अपमानजनक टिप्पणी प्रकाशित करना मानहानि माना जाता है।
अगर किसी निर्दोष व्यक्ति को अभियुक्त को बना दिया जाय और वह सिद्ध कर सके कि उसे बदनाम या ब्लैकमेल करने जैसे बुरे इरादे से उसके खिलाफ अभियोग लगाया गया था तो वह अदालत में मामला दर्ज कर अभियोग लगाने वाले से मुआवजा मांग सकता है। यह दावा आर्धिक तथा मानसिक दोनों प्रकार की चोट की भरपाई के लिए होता है। इस धारा में आप आपनी धोखेबाज गर्लफ्रेंड को 2 साल तक की सजा और जुर्माने लगवा सकते है ये एक जमानतीय अपराध है |
विडियो देखने के लिए आप मेरे you tube Chanel पर भी जा सकते है | लिंक निचे दिया गया है |
पुलिस आपकी रिपोर्ट दर्ज नही करे तो आप कोर्ट का भी सहारा ले सकते है
अगर इन सब धाराओं में पुलिस आपकी बात नही सुने तो आप कोर्ट का भी सहारा ले सकते है आप कोर्ट में धारा 156 (3) CRPC के अंतर्गत fir के आदेश जारी करवा सकते है |
जय हिन्द
Written by
Advocate Dheeraj Kumar
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Category: IPC Act
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Lekh Raj
Mera naam lekh Raj hai main hp ka rahne bala hu .meri biwi mujh se two years se alag rah rahi hai .Mera four years ka beta hai jo mere pass hai.maine section nine ka case bhi ker rakha hai.per koi fayda nahi mil raha hai.ab biwi mujhe blackmail ker rahi hai ki main dusri shadi ker rahi hu aur kanuni tarike se bete ko bhi le jaungi.per maine two years se bete ko pala hai main bete ko nahi dena chahta main kya karu sir help me.
Advocate_Dheeraj
Lekh Raj जी,
आपका पक्ष ज्यादा मजबूत है डरे नही