प्रशन :- वकील साहब section 138 n.i. act केस का पूरा क्रिमिनल ट्रायल का विवरण शिकायत कर्ता और दोषी पक्ष दोनों की तरफ से दे | ये भी बताये की सजा होने पर क्या हो सकता है :-
उतर :- इससे पहले वाले भाग में हम section 138 n.i. act केस के बनाने, फाइलिंग व अन्य बाते के बारे में जान चुके है | आइये आज इसके क्रिमिनल 138 n.i. act ट्रायल के बारे में जानते है | मैंने इसे 12 भागो में बाटा है |
1. section 138 n.i. act की कंप्लेंट / शिकायत पत्र फाइल करना :-
जैसे की में अपनी पहली पोस्ट section 138 n.i. act के अनुसार हम केस बनाते है और उसे फाईलिंग काउंटर पर फाइल कर देते है जो की अगले दिन आता है उस दिन शिकायतकर्ता अपने वकील साहब के साथ जाता है वहा जज साहब के सामने केस में limitation व अन्य चीजे चेक की जाती है और केस के ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स जो की फाइल में लगे है या उनकी फोटो कॉपी लगी है उनको एक्सिबिट किया जाता है | तथा जिन डाक्यूमेंट्स का कोई ओरिजिनल हमारे पास नही है या फिर नही हो सकता है जैसे की नोटिस रिसीव की इन्टरनेट से ली गई कॉपी इत्यादि वे डाक्यूमेंट्स यहा पर मार्क किये जाते है |
जब डाक्यूमेंट्स को एक्सिबिट किया जाता है तो उनको EXBT. CW1/1 करके लिखा जाता है अगला डाक्यूमेंट्स EXBT. CW1/2 होता है | यहाँ EXBT. का मतलब exhibited है ये शोर्ट में लिखा जाता है तथा CW 1 का मतलब, ये इस कोर्ट में शिकायत पक्ष की तरफ से पहला गवाह है और दुसरे /1 का मतलब होता है की ये exhibited डाक्यूमेंट्स का पहला नंबर है तथा इस प्रकार दुसरे डाक्यूमेंट्स को 2 नंबर दे दिया जाता है
जिन डाक्यूमेंट्स को मार्क करना होता है उनको MARK लिख कर अल्फाबेटिक जैसे A या B नाम दिए जाते है ताकि डाक्यूमेंट्स को पड़ने और दुसरे को समझाने और समझने में आसानी हो |
इसके अलावा हम section 138 n.i. act केस में evidence by the way of affidavit को EXBT. CW1/A करके एक्सिबिट करते है | ताकि ये बाकी डाक्यूमेंट्स से अलग लगे | इसी में सारे डाक्यूमेंट्स के एक्सिबिट लिखे होते है |
इसके अलावा हम इसके निचे मजिस्ट्रेट की पोस्ट और कोर्ट का नाम लिखते है इसके निचे तारीख लिखते है जिस पर बाद में मजिस्ट्रेट साहब अपने हस्ताक्षर करते है | सभी राज्यों के अनुसार इसका प्रारूप अलग हो सकता है | लेकिन में अगर दिल्ली की बात करू तो वहा हम इन दोनों को ऐसे लिखेंगे :-
EXBT. CW1/1
M.M. DWARKA COURT
DATED 01.06.2019
MARK A
M.M. DWARKA COURT
DATED 01.06.2019
नोट :- अगर एक डाक्यूमेंट्स में ज्यादा पेज हो तो वहा CW1/1 और MARK A के बाद COLLY कोली शब्द लिख दिया जाता है | ये शब्द दर्शाता है की इस एक exhibit डाक्यूमेंट्स में एक से ज्यादा पेज है |
इसी दिन आरोपी को कोर्ट नोटिस इशू कर देती है जिसके लिए आप को P. F. फाइल करना होता है जो की प्रोसेस सर्वर / स्पीड पोस्ट / R.C. / दस्ती इन रूपों में होता है |
2. P. F. क्या है इसे कैसे फाइल करे :-
P.F. मतलब प्रोसेस फीस फॉर्म होता है इसके द्वारा हम आरोपी को नोटिस भेजते है | दुसरे शब्दों में कहे तो अपने <h2>section 138 n.i. act<h2> के केस की शिकायत पत्र की कॉपी कोर्ट के समन के साथ आरोपियों को भेजते है |
P.F. फॉर्म में हम आरोपियों के नामो की डिटेल उनके एड्रेस के साथ देते है | इसमे कोर्ट फीस भी लगती है जो की आरोपियों की संख्या और आपके राज्य के अनुसार अलग-अलग होती है इसलिए में यहा उसका विवरण नही कर रहा हु |
इसमे आप आरोपियों की संख्या और उनके एड्रेस के अनुसार और नोटिस को भेजने के प्रकार के अनुसार शिकायत पत्र की कॉपीया अहलमद को देते है | स्पीड पोस्ट या R. C. के मामले में हम लिफाफे को नाम पते के साथ भर कर उसे पोस्ट ऑफिस से लिफाफे पर फीस लगवा कर अहलमद को देते है |
section 138 n.i. act के केस में इस प्रोसेस का रूप भी राज्यों के अनुसार भिन्न हो सकता है
3. आरोपी की कोर्ट में पेशी :-
जब आरोपी को section 138 n.i. act के केस में समन मिलता है तो वो कोर्ट में पेश होता है अगर समन मिलने पर भी कोर्ट में पेश नही होता है तो कोर्ट उसके वारंट इशु कर देती है |
4. section 138 n.i. act के केस में जमानत :-
जब आरोपी कोर्ट में पेश होता है तो सबसे पहले अपनी बैल करवाता है | अगर उसे नोटिस यानि section 138 n.i. act के केस की शिकायत पत्र की कॉपी नही मिली है या जो मिली है वो साफ या पड़ने लायक नही है तो वो कोर्ट से एक साफ नई शिकायत पत्र की कॉपी की मांग करता है और वो उसे फ्री में दिलवाई जाती है |
section 138 n.i. act केस में जमानत कैसे ले :-
सबसे पहले कोर्ट में जा कर फॉर्म नो. 45 भरे इसमें अपने व जमानती के पेपर लगाये, जमानत की पूरी जानकारी के लिए मेरी पोस्ट बैल या जमानत क्या होती है देखे |
आपके उपर जो केस है वो बैलेबल है उसमे कोर्ट आपको आसानी से जमानत दे देगा | कोई परेशानी नही होगी |
- <h3>section 138 n.i. act<h3> केस में जमानत आपको 10,000 या 20,000 या इसके आस पास के अमाउंट पर मिलेगी या फिर चेक अमाउंट के अनुसार मिल जाएगी | अगर पहली तारीख पर आप जमानती नही पेश कर सकते है तो कोई बात नही है आप अगली तारीख पर जमानत ले सकते है |
- अगर कोर्ट में आपके खिलाफ जमानती या गैर जमानती वारंट इशू भी है तो भी आप उसको आसानी से कैंसिल करवा कर जमानत ले सकते है |
5. section 138 n.i. act में नोटिस फ्रेम :-
जैसे क्रिमिनल केस में चार्ज लगता है वैसे ही इस केस में नोटिस फ्रेम होता है | इसमें कोर्ट आपको धारा 138 के अंतर्गत आप पर नोटिस फ्रेम कर के केस को कंप्लेंट की गवाही में लगा देती है | ये नोटिस धारा 138 / 142 N. I. act या इस एक्ट की किसी और धारा में केस के अनुसार हो सकता है |
नोटिस फ्रेम पर बहस और आरोपी का बरी होना
क्रिमिनल केस की तरह ही section 138 n.i. act में नोटिस पर भी बहस होती है की आरोपी के खिलाफ कोई केस नही बनता है या कोर्ट को लगता है की शिकायतकर्ता के केस फाइल करने में कोई कमी है या आरोपी के पास पर्याप्त सबूत है जो एक नजर में ही साबित करते है की आरोपी निर्दोष है | तो कोर्ट इस नोटिस फ्रेम की स्टेज पर भी आरोपी को बरी कर सकती है
6. शिकायतकर्ता द्वारा धारा 143A N. I. ACT के अंतर्गत आवेदन :-
नोटिस फ्रेम होते ही शिकायत कर्ता की तरफ से एक आवेदन धारा 143A N. I. ACT में किया जाता है जिसमे कोर्ट से पुरे चेक अमाउंट का 20% पैसा आरोपी द्वारा कोर्ट में जमा कराने का आवेदन होता है | साथ ही ये भी आवेदन होता है की उसे यानी शिकायतकर्ता को क्रॉस करने की परमिशन धारा 145 (2) के अंतर्गत ये पैसा मिलने के बाद ही दे | तब आरोपी को 20 % पैसा जमा करवाने का आदेश दे भी सकती है और नहीं भी | ये उसके विवेक पर निर्भर करता है |
7. section 138 n.i. act में शिकायत पक्ष की गवाही / क्रॉस :-
इसमे पहले आरोपी द्वारा धारा 145(2) of the NI Act के अंतर्गत आवेदन होता है जिसमे शिकायतकर्ता का क्रॉस करने की परमिशन ली जाती है जो की आमतौर पर मिल जाती है | इसके बाद सबूतों के साथ शिकायतकर्ता का क्रॉस होता है exhibit और mark डाक्यूमेंट्स पर सवाल किये जाते है | अगर जरूरत हो तो शिकायतकर्ता की तरफ से और भी गवाही करवाई जा सकती है |
C.E./ शिकायत पक्ष की गवाही के बाद आरोपी का बरी होना
अगर शिकायतकर्ता की गवाही या फिर शिकायतकर्ता के अन्य गवाहों की गवाही के बाद कोर्ट को ये लगता है की शिकायतकर्ता का section 138 n.i. act केस गलत है उसमे कोई दम नही है तो वो आरोपी को इस स्टेज पर भी बरी कर सकती है
8. स्टेटमेंट ऑफ़ accused :-
section 138 n.i. act के केस में शिकायतकर्ता की तरफ से गवाही खत्म होने के बाद स्टेटमेंट ऑफ़ accused होती है | जिसमे कोर्ट आरोपी से केस से सम्बन्धित सवाल करती है | जिसका जवाब ज्यादातर हां या ना में ही होता है | इसमें अगर आरोपी अपनी गलती नही मानता है तो वो अपनी गवाही करवाता है
9. आरोपी पक्ष की गवाही / क्रॉस :-
section 138 n.i. act केस में अगर आरोपी कोई सबूत पेश करना चाहता है या कोई गवाह पेश करना चाहता है या फिर कोई सबूत कोर्ट के सामने मंगवाना चाहता है तो वो अपनी गवाही की बारी में ऐसा कर सकता है | इसके बाद केस बहस में चला जाता है
10. बहस या आर्गुमेंट :-
section 138 n.i. act के केस के इस चरण में दोनों पक्षों के वकील साहब अपनी तरफ से बहस करते है इसे सुनने के बाद कोर्ट अपना जजमेंट सुनाती है
11. section 138 n.i. act केस में आदेश / जजमेंट :-
कोर्ट सारे केस के अनुसार या तो आरोपी को बरी करती है या फिर सजा सुनाती है | अगर कोर्ट आपको बरी करती है तो वो उस के लिए मुआवजा भी दे सकती है | जिसमे उसकी कोर्ट में परेशानी और क़ानूनी खर्चे स्मलित होते है | जो की चेक अमाउंट के अनुसार हजारो से लाखो में भी हो सकते है | अगर आरोपी का कोई अमाउंट कोर्ट में जमा है तो वो उसको वापस मिलता है
जब भी कोर्ट किसी आरोपी को दोषी पाती है तो वो अपनी जजमेंट में ये सजा करने के कारण लिखती है तथा सजा कितनी करनी है ये नही लिखती | इसके लिए वो केस को आर्डर ऑफ़ संटेंस पर लगा देती है | इस आर्डर में दोषी को कितनी सजा दी गई है ये लिखा होता है | ये आदेश जजमेंट से अलग होता है और उसी तारीख पर नहीं होता है | अगले दिन या फिर अगली तारीख पर होता है
12. सेंटेंस ऑफ़ जजमेंट :-
जैसे की मैंने उपर बताया है की section 138 n.i. act केस में सजा 2 साल से ज्यादा की नही हो सकती है ऐसे में आपको अपील के लिए बैल इसी कोर्ट से मिल जाती है | अगर सजा का परावधान 3 साल से ज्यादा का होता और 3 साल से ज्यादा की सजा मिलती तो आपको जेल में जाना ही पड़ता है और बैल सेशन कोर्ट से होती है |
सजा होने पर बैल और धारा 389 CR.P.C :-
सजा होने पर दोषी पक्ष के वकील साहब सजा सुनाने से पहले कोर्ट में अंतरिम बैल के लिए धारा 389 CR.P.C. के अंतर्गत आवेदन करते है | इसमें ये भी आवेदन होता है की दोषी को कम से कम सजा की जाए तथा उन कारणों का विवरण देते है जिनसे की सजा कम हो सके जैसे की दोषी की कम या ज्यादा उम्र, परिवार की जिम्मेदारी का बोयरा, कोई बीमारी हो उसका जिक्र, या कोई ऐसी जिम्मेदारी जैसे की बच्चो की शादी करनी या माता पिता की कोई बीमार हो इस प्रकार परेशानियों का जिक्र इस आवेदन में किया जाता है |
इस केस में कोर्ट को 2 साल तक की सजा देने की पॉवर है तथा चेक अमाउंट का डबल तक पैसा लोटने की और फाइन लगाने की भी
section 138 n.i. act केस में आपको बैल अगले 30 दिन के लिए मिलती है इसमें आपको अगले 30 दिनों में सेशन कोर्ट में अपील करके दुबारा बैल लेनी होती है झा आपका केस दुबारा से सुना जाता है |
section 138 n.i. act के की कुछ अन्य बाते :-
आपका section 138 n.i. act केस कोर्ट में स्वय द्वारा समझोता करके या फिर मध्यस्ता केंद्र में भी लग कर समाप्त हो सकता है
केस में जितने के लिए सबसे जरूरी है सामने वाली पार्टी का क्रॉस करना, क्रॉस करने की ये कला हारे हुए केस को भी जीत में बदल सकती है ये ही वकालत की जान है | इस पर फिर किसी और पोस्ट में लिखूंगा तब तक के लिए
जय हिन्द
द्वारा
ADVOCATE DHEERAJ KUMAR
ज्यादा अच्छी जानकारी के लिए इस नंबर 9278134222 पर कॉल करके online advice ले advice fees will be applicable.
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Adv Reet Sandhu
I m Adv Jobanpreet kaur best blog for us like juniors
Advocate_Dheeraj
Adv Reet Sandhu जी,
thanks dear one
Sandeep Verma
Sir maine ek property dealer se plot lene ke liye 4 Lak rupee chaque se aur 1 lak rs case diya ta per 6 month ho gaye usne na plot diya na pise badi mehnat se kisi tarah usse 2 lak ka chaque vapis mila jo ki cash ho gya fir uske baad usne muje 2 lak ka ek chaque diya jo ki bounce ho gya fir usne muje ek 2 lak ka aur ek 3 lak ka chaque diya jo ki bounce ho gya mera pas payment karne ki puri details hai kyonki maine chaque se payment kiya ta aur 1 lak ka jo payment kiya ta uski dukan ki rashid hai per is me kuch chaque jo hai uski wife ke hai uski wife ka ek chaque bounce bi ho chuka hai is case ko kya mai jeet sakta hu
Advocate_Dheeraj
Sandeep Verma जी,
आप केस जीत सकते है
sonam
sir kya cheque bounse case mai naya niyam aa raha hai government cheque bounse case mai badlaw kar rahi hai kya or
Advocate_Dheeraj
sonam जी,
अभी ऐसा कुछ नही है | अगर कोई बलाव किया तो तभी मेरी नई पोस्ट आ जाएगी
Rohit
sir agar kiese bande k upper court mai case chale raha ho or vo 1saal se tarikh pai nahi jaye or sir jiesnai uska jamanat liya ho usko bhi koi notice nahi mile court mai aane k liye to sir ismai case chalu hai ki khatem ho gaya hai case kyu ki koi nahi jata hai tarik pai na sarkari vokil na jispai case chale raha hai to case chalu hai ki close ho gaya hai
Advocate_Dheeraj
Rohit जी,
केस तो जरुर चल रहा होगा | लेकिन अभी समन नही निकले होंगे | इसके लिए आप कॉल करके सलाह ले सकते है में आपको आपके केस की सारी डिटेल बता सकता हु चाहे वो देश के किसी भी कोने में क्यों नही हो |
roshan
sir mera ek case tha usmai mere bade papa nai kabja kar k bhaithe hai or sir 4 saal ho gaya case chalte to sir jalde case khatem karwane k liye kya karna hoga
roshan
room kabja
Advocate_Dheeraj
roshan जी,
ok
Advocate_Dheeraj
roshan जी,
ट्रायल कोर्ट में जल्दी केस निपटारे की एप्लीकेशन लगाये | फिर हाई कोर्ट में एप्लीकेशन लगा कर टाइम बाउंड करवा ले | अगलर 6 महीने से 1 साल में केस खत्म हो जाएगा
Gulzar
Sir ni act me 2 bar e/ warat hai car fainence hai aur cheak 18500 hai aur wo court na jakar company me jama kar de to court me warat cancell ho sakta hai
Advocate_Dheeraj
Gulzar जी,
कंपनी में जाना है तो वहा से NOC लत्तेर जरुर ले वरना वे आपके पैसे को इंटरेस्ट में शो कर देंगे |
हां कोर्ट मे पैसा देने पर केस खत्म है
roshan
sir mera ek case tha usmai sir makkan mere papa k naame par hai or khabja mere bade papa nai kiya hai lagebhag 15 se 20 saal ho gaya hai to kya sir mere papa ko maakan mile sakta hai
Advocate_Dheeraj
roshan जी,
कोर्ट में जमीन के possession का केस करे
sonu
sir agar kies se paise liya hue hai or uske upper security cheque diya ho to kya sir uspai 138ni act lagta hai kyu ki notri pai likhan hai ki jo cheque hai vo security hai. agar payment nahi dene pai cheque k upper case kar sakte hai to 138 ni act mai jeet sakta hu maine to payment kiya hai
Advocate_Dheeraj
sonu जी,
हां जीत सकते है
krishna
sir mere case mai aayesa hai ki ek notri pai likhane hua ki paise chukana hai or har mahine paise dene hai uske upper mai ek security cheque liya mere se yeah sab baate notri pai likhan hua hai maine or regular hafta na milne pai vo cheque bounse kara sakta hai liken maine paise uske account mai har mahine dala fir bhi samne waale nai mera cheque bounse kara diya to kya sir mere upper 138ni act baanega ya fir recovery ka mujhe saja hoga ya mai bach jaunga sir…..
Advocate_Dheeraj
krishna जी,
पेमेंट करने का सबूत देकर केस जीत सकते है
Rahul Kumar
सर प्रथम तो आपको ह्रदय की गहराइयों से धन्यवाद व सादर प्रणाम की आप समाज की सेवा कर रहे है….
सर मेने एक महिला को 6लाख रुपए दिए थे जिसकी कोई लिखा पढ़ी नही हुई थी उसकी जमीन खरीदने के लिए और मेरा एक दोस्त इसमे बीचवान था काफी समय हो गया न महिला ने पैसे दिए न ज़मीन फिर एक दिन मेरे दोस्त ने उसका चेक लाकर मुझे दे दिया जिससे मेने केस कर दिया अब वह महिला यह कह रही है कि मैने इन्हें चेक दिया ही नही है मेने किसी dsa वाले को सेक्युरिटी चेक दिया था अपने लोन के लिए तो क्या सर वो चेक सेक्युरिटी चेक साबित कर पायेगी? चेक लगने से पहले उसने कोई कंप्लेंट नही की है किसी प्रकार की न ही वह DSA वाला गवाही देने को तैयार है तो क्या सर इस कंडिशन में वह साबित कर पायेगी की वह चेक़ उसने नही दिया सेक्युरिटी चेक है….?
Rahul Kumar
औऱ सर न ही उस महिला की और DSA वाले कि कोई लिखत-पढ़त है किसी भी प्रकार की जिसमे यह साबित हो सके कि महिला ने कोई भी दस्तावेज या चेक लोन के लिए DSA वाले को दिए
और सर न ही महिला ने नोटिस लेने से पहले कोई चेक गुम होने व किसी को सेक्युरिटी चेक देने की कोई सूचना या कंप्लेंट की कहि तो क्या सर वह ये साबित कर पायेगी
Advocate_Dheeraj
Rahul Kumar जी,
आपको आपके पिछले कमेंट में जानकारी दे दी गई है | ज्यादा जानकारी के लिये आप कॉल करके सलाह ले
Advocate_Dheeraj
Rahul Kumar जी,
आप केस में लिखे की आपने उससे जमीं खरीदने के सम्बन्ध में पैसे दिए थे और उसकी डील नही होने पर उसने आपके पैसे लोटाये है | आप केस जित जायेंगे | लेकिन आपकी उससे डील हुई थी इसके सबूत जरुर दे
Mahi rajput
Sir mere case Mai aayesa hai ki . Samne waale party nai mere Bhai ko paise diya hai mere account Mai . Or sir jab se paise diya hai tb se gayeb hai .hum logo nai gumsuda ka case Kiya hai . Abhi samne waale party nai Jo mere Bhai ko Paisa diya tha usnai mere upper police station Mai case Kiya fir police waale nai notri Pai likhan karwaya ki har mahine 20se 25 tarik tk 20000 rs ka hafta dalna hai .fir samne waale party nai 25tarik k dophar ko hi Mera check laga diya . Or 30 tarik ko bounse ho gaya . Balki Maine uske account Mai 2mahine k under 50000 rs de bhi diya . Or Maine on date ko diya paise fir bhi Mera check bounse Kara diya Maine pucha to bolta hai mujhe Jada paise chahiye. To sir abhi court Mai case Kiya hai .to sir Mai case Jeet sakta hu.
Advocate_Dheeraj
Mahi rajput जी,
हां आप उसके उसको नोटिस दे की आपने उसके सरे पैसे कैश और अकाउंट में भेज दिए है आपने मेरा चेक नही वापस किया है |
एक शिकायत पुलिस में भी दे | उल्टा उसी पर केस कर दीजिये अपने आप ठीक हो जायेगा | और अपने भाई के अपहरण का भी
ज्यादा जानकारी के लिये 9278134222 कॉल करे, फीस 1000 होगी |
Mahi rajput
Sir 138 ni act Mai agar doshi party court Mai payse hota hai to jamanat karana hota hai agar sir doshi party k khilap court order hota hai to Kya usse usse court se jamanat milta hai ya fir high court Jana hota hai . Or sir koi likhan Kiya ho ki paise kies or ko diya ho or kies nai dabaoo Mai aak likhan Kiya ho ki Mai paise bhar dunga to Kya sir court isse cheej ko maanega . Notri Pai likhan hua hai sir . Plzz reply
Advocate_Dheeraj
Mahi rajput जी,
कोर्ट वारंट ही कर सकती है, इसके बाद भी आरोपी बैल ले सकता है ये जमानती केस है |
रही बात लिखत की, अगर उसमे ब्याज का जिक्र है तो पैसा नही मिलेगा अगर नही है तो आप भी साबित करे की उसके sign है |
और भी बहुत सी बाते है ये जरुरी नही की लिखा पड़ी है तो भी पैसा देना पड़े | मैंने तो नोटरी पर लिखने के बाद भी केस जीते है कोई पैसा नही दिया | आपके वकील साहब अच्छे होने चाहिए,
भगवन की दया से मेहनत करके कोई भी केस जीता जा सकता है |
Mahi rajput
Sir Kya 138ni act Mai jise court Mai tarikh chalta hai usse court se jamanat mile jata hai ya fir jamanat karane k liye problem hota hai
Advocate_Dheeraj
Mahi rajput जी,
ये जमानतीय अपराध है |आसानी से जमानत मिलती है
Mahi rajput
Sir check bounse case Mai agar sabit ho Gaya to usmai jamanat mile jata hai ki problem hota hai jamanat k liye samne waale party k pass stamp paper hai likhane hai usse mujhe koi problems to nahi aayega sir.
Advocate_Dheeraj
Mahi rajput ji,
केस हारने पर वही कोर्ट से जमानत मिल जाती है | लेकिन वो अगली कोर्ट में अपील करने तक ही रहती है |
पेपर तो में देखकर ही बता सकता हु की वे जमानत के लिए ठीक है या नही
Mahi rajput
Sir usmai aayesa likha hai ki har mahine 1se 5 tarik tk 20000rs ka payment karna hai . Or ek security check diya hai. Maine sir uske account Mai do mahine Mai 50000 rs de diya hai .fir bhi usnai Mera check bounse karwa diya sir abhi mujhe paise nahi Dena hai Mai nahi bhar paunga paise . Isse bachne ka koi Rasta baatye plzz sir help me…
Advocate_Dheeraj
Mahi rajput जी,
पिछली पोस्ट यहा पर सीधे तौर पर शो नही होती है मुझे उसे तलास करने में समय लग जाएगा इसलिए आपसे निवदन है की अपनी बात दुबारा से पूरी लिखे |
Mahi rajput
Sir aap apna wattsup number de dijye Mai aapko agreement k paper wattsup karta hu or aapko call Kar k Pura case k baare Mai Pura baat batata hu
Or sir Kya civil order 37 Mai saja hota hai ismai sir Paisa Maine nahi liya hai mere Bhai nai liya hai mere account Mai usnai mere se jabardusty agreement or check le liya tha or usnai bounse Kara diya hai ismai Kya ho sakta hai sir plzz reply
Advocate_Dheeraj
Mahi rajput जी,,
आप 9278134222 पर कॉल करके जानकारी ले एडवाइस फीस 1000 होगी
आर्डर 37 में पैसे देने के जजमेंट के बाद पैसे नही देने पर 2 साल की सजा होती है
पैसेके रेगार्डिंग आप पहले पुलिस में शिकायत करे, और कोर्ट में केस करे
Mahi rajput
Sir Kya security check k upper case ho sakta hai
Or agar koi jaberdusty agreement karwata hai to usse bachne ka tarika Kya hoga
Advocate_Dheeraj
Mahi rajput ji,
सेकुर्टी चेक पर 138 का केस नही होगा लेकिन civil आर्डर 37 का केस हो जाएगा
जबरदस्ती अग्रीमेंट के लिए पूरी बात बताये और आप कॉल करके सलाह ले तो ज्यादा अच्छा बता सकूंगा
9278134222 कॉल करके सलाह ले फीस 1000
जितेंद
सर मेरे ऊपर धारा 420 467 468व471 लगी है distiritc कोर्ट ने अग्रिम जमानत खारिज कर दी तो क्या हाई कोर्ट से मिल सकती है कि नही गवांन का मामला है
Advocate_Dheeraj
जितेंद जी,
बिना केस के फैक्ट्स जाने नहीं बता सकता हु \ आप कॉल करके सलाह ले
भरत कुमार मीणा
सर जी प्रणाम
सर मेने अक्तुबर 2014 मे टेक्टर लिया जिसमे डाउन पेमेन्ट के तौर पर 35000रू बकाया था उस ऱाशी को भरने के लिये शोरुम वाले ने 3माह का मौखिक टाईम दिया व वह राशी हिसाब की डायरी मे लिख कर मेरे हस्ताक्षर लिये जिसमे 15000रू चुका दिये मेने पर उसने मेरा चेक लगा दिया मेने ऊसे फाईनेन्स के तौर पर चेक दिये थे जो मेरी बकाय राशी के एवज मे नही दिये और 3माह मे मेरा टेक्टर का ऐक्सीडेन्ड हो गया मेने इन्शुरेस पास करवाने के लिये आरसी की फोटोकोफी मागी तो नहीं दी जिससे मुझे 1लाख का नुकशान भी हुआ और मे इन्शुरेस का केस भी नहीं कर सका
सर मुझे डिटेल मे जानकारी देने का कष्ट करे
Advocate_Dheeraj
भरत कुमार मीणा जी,
RC नही है तो क्या हुआ आप औथोर्टी से RC के पर्टिकुलर ले कर या फिर डुप्लीकेट RC ले कर केस कर सकते है | ऐसे क्लेम ले
अगर फिर भी कोई परेशानी आ रही है तो मुझे कॉल करके सलाह ले
Arun Sharma
sir, aapka blog law ka sabse accha hindi blog hai mein law student hu aur aapko follow karta hai . aap jiss tarah se explain karte hai . wo aur koi nahi karta hai . aap regular post update kijiye i am waiting for your new post .
Advocate_Dheeraj
Arun Sharma जी,
thank you dear, जैसे ही टाइम मिलेगा नई पोस्ट डालूँगा, कोर्ट से समय कम ही मिलता है
Munna borado
Sir namaskar
Mera ek bike tha mere dost ne bola mere friend ane bala hai chalo usko leke ajethe hain to main gaya to humne ek hotel se khana khaya,phir mere dost ka dost bola main yainhi se ata hun apna bike dena to mera dost ne usko chabi de diya par wo bike le ke bhag gaya to mene bola chal case karte hain mera dost bela chalo finance main ek bike le ate hain to maine bola han lekin wo abhi fiance nahi de ra hai,to maine case kiya to police usko time de raha hai kuch solve nahi karahe, too please give me solutions i request u sir ,please
Advocate_Dheeraj
Munna borado जी,
बाइक चोरी की FIR करवाए और इन्शुरन्स से क्लेम ले |
रिंकू
Sir मेरे भाई के साथ एक फ्रंड न एक फैमिली के साथ मिल कर 365,323,376 धारा लगवा दी physical report negative hai फिर भी जमानत नही हो पा रही है 1साल हो गया सर् 4 गवाही की तारीख निकल ली सर्ज़ जज हर गवाही पर छुट्टी कर जाती ह बहुत परेशान ह सर् प्लीज क्या आप बता सकते हो ऐसे मे हम क्या करे ।मेरे एक
Advocate_Dheeraj
रिंकू जी,
अगर चार्ज लगाने के बाद अगले 6 महीने में कोई गवाही नहीं हो तो बैल का ग्राउंड बन जाता है इसके लिए काफी जजमेंट है आप अपने वकील साहब को बोले की वो जजमेंट की कॉपी के साथ बैल लगाये |
इसका फायदा उठाये |
Daulat Rathore
. agr kisi ldki ke ghr walo ke sath me marpit huaa hai or unlogo ne juta rap case dala hai to kiya hoga fir dali or jmant hogi ya Nhi
Advocate_Dheeraj
Daulat Rathore जी,
बिना FIR देखे या केस के फैक्ट्स जाने बिना ऐसे नहीं बता सकता हु
Param Jeet Singh
सर जी नमस्कार
2006 में चेक बाउंस हो चुका है, सरकारी कर्मचारी है जिस पर केस है, कोर्ट ने 3 महीने की सजा सुनाई , परन्तु 2-3 दिन में जमानत करा के ऊपरी कोर्ट में अपील कर दी, जहा पर कोर्ट ने निचली कोर्ट के फैसले को सही ठहराया, अब हाई कोर्ट में मामला लंबित है, हाई कोर्ट ने भी कोर्ट के फैसले का सम्मान किया है,मेरा प्रश्न ये है कि उसकी नोकरी कैसे जाएगी, मै उसके विभाग की कैसे सूचित कर के उसकी नोकरी जा सके
Advocate_Dheeraj
Param Jeet Singh जी,
लिखित में उसे डिपार्टमेंट को सूचित करे और जजमेंट की कॉपी साथ लगाये | फिर इस पर RTI लगा कर पूछे |
Vivek
Sir Ji mere Bhai Ka accident me death ho gayi hai uski age 35 thi 4 children hai kamate to bahut the but on record nahi hai clam kitna milega minimum
Advocate_Dheeraj
Vivek जी,
50 लाख से उपर मिलेंगे
Amir Mullah
Sir good evening main assam ke ek chote se gaon se hoon main ek do socity kuch paise udhar lekar main aur ek partner lekar gaon gaon main byaj ke karobaar chalate hain is bech koi biakti paisa lete samay blank stamp paper signature karke li hoon lakin time main paise na lotana chahe ismain hum kya court se niay mang sakte hain
Advocate_Dheeraj
Amir Mullah जी,
अगर आपकी कोई कंपनी है तो आप पैसा ब्याज समेत ले सकते है वर्ना आपको सिर्फ मूल ही मिलेगा कोई ब्याज नही मिलेगा
Raja kumar
Sir
Mera name raja kumar hai sir meri sister ki sadhi ka 10saal ho gya phir bhi uska saas Or sasur use
Dahej ke liye paresan karta hai in 10 saal me karib karib 5 lakh rupye dawab banakr liye ab kya kare sir please koi ray dijiye sir
Advocate_Dheeraj
Raja kumar जी,
ऐसे लोग बिना कोर्ट केस के सही नही होंगे
उन पर एक अच्छा छेडकानी का केस बनना चाहिए खास कर ससुर पर
इसके लिए अच्छा होगा आप कॉल करके सलाह ले
9278134222 advice fees 1000
Joginder Singh
Sir Mera naam joginder Singh hai aur mere bhai ko ek jhuthe baltkar ke case mein fast diya hai uske uper 363 366 aur 376 d laga diye hain pehle ladki ne sirf ek ladke ka naam Liya aur court mein bhi uske bayan ho chuke hain but 45 din baad ladki ne 2 ladko ka aur naam Liya aur dowara 164 ke tehat bayan hoe aur mere bhai tatha dusre ladke ko arrest Kar Liya hai sir abhi hum kya uski jamant karwa sakte hain kirpa Koi margdarshan krein please sir hum bhaut pareshan hain sir request hai aapse plz sir plz send ur mobile no.
Advocate_Dheeraj
केस की फाइल देखकर ही बता सकता हु | ऐसे नही आप कॉल करे और जानकारी ले
Kshemya
Sir,
Mere Cousin ko meri dost ne jhoothe balatkar k Case me fasa diya hai.. Us ladki ka mere ghar aana jana tha jis kaaran us ladki ko mere bhai se pyar ho
gya.. Wo ladki mere cousin se jabardasti shadi Karna chahti thi Lekin mera bhai usko bilkul pasand nhi karta tha.. Uss par dhara 376 lagi hui hai.. District court me faisala hamaare hi paksh me aaya.. Lekin lagbhag saal bhar baad uss ladki ne fir se jaanch k liye court me appeal ki hai.. Hmne us ladki par counter file kiya or high Court se stay le liya hai .. Mere bhai ka government job me selection ho gaya hai OR waha par character certificate lagaana hai.. Lekin Thane me police ka ye kehna hai ki high court ka judgement copy laao Tab clear character certificate banega warna thane me jo FIR lagi hai usi k behalf par hm likh k SSP office bhijwa denge..
Mere bhaiya ka bhavishya kharab ho jaega iss jhoote Case k chakkar me..
Sir aapse hath jod k nivedan hai ki kripaya koi margdarshan den.. Main or mera parivar aapka sadev aabhari rahenge..
Advocate_Dheeraj
Kshemya जी,
आप रेप केस के जजमेंट की कॉपी और हाई कोर्ट से स्टे की कॉपी उसे दे दे |
आप केस जीत चुके है ये काफी है | अगर पुलिस वालाल गलत या अधूरी रिपोर्ट बनाता है या ऐसा कहने की धमकी देता है तो आप SSP साहब से मिले और अपनी बात रखे |
या किसी और बड़े ऑफिसर से मिल कर अपना काम करवाए
यहा परेशानी ये है की उस पुलिस ऑफिसर को ऐसी सिच्वेष्ण की रिपोर्ट बनानी नही आती और अपनी नौकरी की फिक्र कर रहा है |उपर कोई बड़ा ऑफिसर कहेगा तो वो समझ जायेगा या फिर उसे पैसा चाहिए
Rajesh
Sir ni 138 case me NBW issue hone ke baad bhi accused court me present nai hota hai to next kya karna chaiye , is me kya action le sakte hain kindly explain
Advocate_Dheeraj
Rajesh जी,
कोर्ट अपने आप 82 करके उसे PO declare कर देगी | फिर पकड़ा जायेगा PO सेल पकड लेगी
Bharati
Hello sir
Mara naam bharti hai sir meri bhabhi shadi ka bolke apne mayke gyi aur vha jane k baad hum log jo ki 5 bhai bahan hai 4bahane aur 1 bhai bhai k 1 beta aur ek beti hai unko chodke gyi aur thide din baad hum logon pe gharelu hinsa ka case darj kiya jb ki mai jyada mayke jati bhi nhi saal me ek baar bs jati hu phir bhi sabka naam diya aur baki bahane bhi apne ghar me rhti hai ab hum log kya kr sakte hai uski maa shayad usko bhadka rhi hai
Advocate_Dheeraj
Bharati जी,
शादी शुदा ननंद पर केस नही बनता है | जो घर में रहते है उन पर बनता है
अच्छी बात है की बच्चे आपके भाई के पास है | इन बच्चो के द्वारा आप केस जीत जाओगे
ज्यादा जानकारी के लिए काल करे
Adv Manish Kumar Angira
Thank you Sir
Advocate_Dheeraj
Adv Manish Kumar Angira ji,
your welcome dear